“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”
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ज्येष्ठे मासि सिते पक्षे दशभ्यां बुध हस्तयोः ।
व्यतिपाते गरानन्दे कन्याचन्द्रे वृषो रवौ ॥१॥
दशयोगे नरः स्त्रात्वा सर्वपापैः प्रमुच्यते ।
(स्कन्द पुराण)
ज्येष्ठे मलमासे सति तन्नैव दशहरा कार्या न तु शुद्धे ॥२॥
(निर्णय सिन्धु)
अर्थात् – ज्येष्ठ मास में शुक्ल दशमी के समय हस्त नक्षत्र, बुधवार, व्यतिपात योग, गर, करण, आनन्द योग, वृषस्थ रवि और कन्या के चंद्र हो तो यह दुर्लभ योग में गंगा स्नान या पूजनादि करने से दश प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। उपरोक्त योगों में से जिस समय अधिक से अधिक योग हों उस समय का यह पूजन करना चाहिए। यदि ज्येष्ठ अधिमास हो तो अधिमास में ही यह पूजन पुण्यदाई होती है।
गंगा दशहरा ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दौरान पड़ता है और वर्तमान में मई या जून के महीने में आता है। गंगा दशहरा को गंगावतरण के नाम से भी जाना जाता है जिसका अर्थ है गंगा का अवतरण। आमतौर पर गंगा दशहरा निर्जला एकादशी से एक दिन पहले मनाया जाता है लेकिन कुछ वर्षों में गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी एक ही दिन पड़ सकते हैं। गंगा दशहरा देवी गंगा को समर्पित है और इस दिन को उस दिन के रूप में मनाया जाता है जब गंगा भागीरथ के पूर्वजों की शापित आत्माओं को शुद्ध करने के अपने मिशन को पूरा करने के लिए पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। पृथ्वी पर आने से पहले, देवी गंगा भगवान ब्रह्मा के कमंडल में निवास करती थीं और अपने साथ देवी गंगा स्वर्ग की पवित्रता को पृथ्वी पर लायी थीं। गंगा दशहरा पर भक्त देवी गंगा की पूजा करते हैं और गंगा में स्नान करते हैं। गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान करना और दान-पुण्य करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि गंगा दशहरा के दिन गंगा में पवित्र स्नान करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिल जाती है। श्रद्धालु पवित्र स्नान करने के लिए प्रयागराज/इलाहाबाद, गढ़मुक्तेश्वर, हरिद्वार, ऋषिकेश और वाराणसी में आते हैं। वाराणसी में गंगा दशहरा उत्सव प्रसिद्ध है। गंगा दशहरा के दिन हजारों श्रद्धालु गंगा स्नान करते हैं और दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में भाग लेते हैं। गंगा दशहरा को गंगा जयंती के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए जब देवी गंगा का पुनर्जन्म हुआ था।
॥ श्रीरस्तु ॥
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श्री हरि हरात्मक देवें सदा, मुद मंगलमय हर्ष।
सुखी रहे परिवार संग, अपना भारतवर्ष ॥
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संकलनकर्ता –
श्रद्धेय पंडित विश्वनाथ द्विवेदी ‘वाणी रत्न’
संस्थापक, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
(‘हरि हर हरात्मक’ ज्योतिष)
संपर्क सूत्र – 07089434899
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