गोवत्स द्वादशी
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ कार्तिक कृष्ण पक्ष। वत्सपूजा वटश्चैव कर्तव्यी प्रथमऽहनि के अनुसार इसमें
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ कार्तिक कृष्ण पक्ष। वत्सपूजा वटश्चैव कर्तव्यी प्रथमऽहनि के अनुसार इसमें
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ (कार्तिक कृष्ण पक्ष) – इस दिन सौभाग्वती महिलाएं दिनभर व्रती
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ आश्विन शुक्ल पूर्णिमा को गोदुग्ध की खीर का अर्धरात्रि के
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ शमीपूजायात्रदौ नक्षत्रोदयव्यापिनीदशमी ग्राह्या।नवमीशेष युक्तायां दशम्यायम पराजिता।ददाति विजयं देवी पूजित जयवर्द्धिनी॥
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक सोलह दिन
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ माधव के अनुसार, द्विमुहूर्त व्याप्तौदायिकी ग्राह्योति। जिस दिन सूर्योदय के
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ कृत्यरत्नावली के अनुसार श्री गणेश का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ भाद्रपद शुक्लपक्ष पंचमी। माधव के अनुसार, पूजाव्रतेषु सर्वेषु मध्यास्तव्यापिनी तिथिरिति।
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ मुहूर्त्तमात्र सत्वेऽपि दिने गौरीव्रतं परेति। अर्थात् – माधवोक्त जिस दिन
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ विष्णुपुराण, शिवपुराण, ब्रम्हपुराण, भविष्यपुराण इत्यादि के अनुसार भगवान श्री कृष्ण