वन्दे गुरुः परम्पराम
सत्य सनातन वैदिक धर्म और अध्यात्म से सम्बन्धित, परात्पर गुरु परम पूजनीय श्रद्धेय श्री
सत्य सनातन वैदिक धर्म और अध्यात्म से सम्बन्धित, परात्पर गुरु परम पूजनीय श्रद्धेय श्री
गन्धर्व-राज विश्वावसु की उपासना मुख्यतः ‘वशीकरण’ और ‘विवाह’ के लिये की जाती है। स्त्री-वशीकरण और
आध्यात्मिकता है प्रसन्नता रूपी प्रकाशपुंञ्ज अन्तः से फूट पड़ने वाला उल्लास ही आध्यात्मिकता का प्रकाश
संध्यामुपासते ये तु सततं संशितव्रताः।विधूतपापास्ते यान्ति ब्रह्मलोकं सनातनम्॥ स्वकाले सेविता के संध्या नित्यं कामदुघा भवेत्।अकाले
प्राचीन काल से ही भारतवर्ष में अनेकों ऐसी विद्याएं प्रचलन में रही जिसे आधुनिक युग
“हरि हर हरात्मक” ज्योतिष संस्थान के माध्यम से भूमण्डल पर सनातन वैदिक धर्म एवम् धार्मिक
यदि आप आध्यात्मिकता की ओर उन्मुख होकर दैहिक, दैविक एवं भौतिक समस्याओं का समाधान चाहते
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ जन्म कुण्डली के प्रारूप • १ टेवा प्रारूप • २.
नवग्रहों की शुभता प्राप्ति हेतु संबधित, जप विधान (मन्त्र, विनियोग, न्यास, ध्यानादि सहित) दान, जडी,