अनन्त चतुर्दशी
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ माधव के अनुसार, द्विमुहूर्त व्याप्तौदायिकी ग्राह्योति। जिस दिन सूर्योदय के
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ माधव के अनुसार, द्विमुहूर्त व्याप्तौदायिकी ग्राह्योति। जिस दिन सूर्योदय के
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ कृत्यरत्नावली के अनुसार श्री गणेश का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ भाद्रपद शुक्लपक्ष पंचमी। माधव के अनुसार, पूजाव्रतेषु सर्वेषु मध्यास्तव्यापिनी तिथिरिति।
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ मुहूर्त्तमात्र सत्वेऽपि दिने गौरीव्रतं परेति। अर्थात् – माधवोक्त जिस दिन
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ विष्णुपुराण, शिवपुराण, ब्रम्हपुराण, भविष्यपुराण इत्यादि के अनुसार भगवान श्री कृष्ण
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ परायुक्ता षष्ठी में हरछठ व्रत का विधान है। अर्थात् जिस
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ भविष्यपुराण के अनुसार भाद्रपद कृष्ण पक्ष षष्ठी को चन्द्रोदय के
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ यह तृतीया व्यापकरूप में मनाई जाती है। माहेश्वरी वैश्य समाज
ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ भविष्योत्तर पुराण एवं मदनरत्न के अनुसार रक्षाबंधन श्रावण शुक्ल पूर्णिमा
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ श्रावण शुक्ल पक्ष में पराविद्धा पंचमी को सर्प-नाग पूजन का