पितृ स्तोत्रम्
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ पितृ स्त्रोत के लाभ :- सफेद पुष्प हाथ में लेकर
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ पितृ स्त्रोत के लाभ :- सफेद पुष्प हाथ में लेकर
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ श्री त्रैलोक्य विजया अपराजिता स्तोत्रम् अथ विनियोगः ॐ अस्या: वैष्णव्याः
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ अथ् श्री विष्णु अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम् अष्टोत्तर शतं नाम्नां विष्णोरतुल तेजसः
॥ ॐ श्री हनुमते नमः ॥ श्रीरघुराजपदाब्ज निकेतन पङ्कजलोचन मंगलराशे,चण्ड महाभुजदण्ड सुरारि विखण्डन पण्डित पाहि
वेदव्यास जी ने ब्रह्मसूत्र की रचना के साथ-साथ अठारह पुराण तथा उपपुराणों की रचना भी
जो व्यक्ति शक्ति की इच्छा रखता है उसे मां भगवती की आराधना श्री महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम्
माँ लक्ष्मी जी जिस घर में विराजमान होती है उस घर में सुख समृद्धि की
नील सरस्वती स्तोत्र का पाठ शत्रुओं का नाश करने वाला एवं विद्या प्राप्त कराने वाला
अथ् अन्नपूर्णा स्तोत्रम् नित्यानंदकरी वराभयकरी सौंदर्य रत्नाकरीनिर्धूताखिल घोर पावनकरी प्रत्यक्ष माहेश्वरी।प्रालेयाचल वंश पावनकरी काशीपुराधीश्वरीभिक्षां देहि
अथ् श्री पुरुष सूक्तम् सहस्रशीर्षा पुरुषः सहस्राक्षः सहस्रपात्।स भूमिं विश्वतोवृत्वात्यतिष्ठद्दशांगुलम्॥१॥पुरुष एवेदम् सर्वं यद्भूतम् यच्च भव्यम्।