जन्म कुण्डली में बुध योग
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ यदि लग्न में गुरु से केन्द्र में चन्द्रमा, चन्द्रमा से
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ यदि लग्न में गुरु से केन्द्र में चन्द्रमा, चन्द्रमा से
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ अष्टमेश ४१५।९।१० स्थानों में हो और लग्नेश निर्बल हो तो
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ चतुर्थेश दशम में और दशमेश चतुर्थ में हो। चतुर्थेश दूसरे
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ सप्तमेश और द्वितीयेश एक साथ हों और उन पर शुक्र
“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”┉┅━❀꧁꧂❀━┅┉ जन्म कुण्डली में बुध आदित्य योग वैदिक ज्योतिष में सूर्य
गजकेसरी योग कुंडली में गजकेसरी योग कब बनता है? ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, कुंडली में
राजनीति में ज्योतिष, पूजा-पाठ, तंत्र-मंत्र का सहारा लेना अति आवश्यक है। पंडित विश्वनाथ प्रसाद द्विवेदी