“ॐ हरि हर नमो नमःॐ”
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हमारे निज दुष्कर्म कर्मों के कारण नव ग्रह हमसे रूठ जाते हैं, आइये जानते हैं कि किस कर्म से कौन से ग्रह देवता हमारे प्रतिकूल होकर अशुभ फल देते हैं।
- सूर्य : किसी के हृदय को अकारण दुःख पहुँचाने ने पर, किसी का कर (टैक्स) चोरी करने पर तथा किसी भी जीव की आत्मा को कष्ट पहुंचाने पर सूर्य देव अशुभ फल देते हैं।
- चंद्र : सम्मानजनक पद के रिश्तों वाली स्त्रियों जैसे माता, नानी, दादी, सास और ननद आदि को अकारण कष्ट देने से चंद्र देव अशुभ फल देते हैं।
- मंगल : अपने भाई के साथ धोखा करने या कष्ट देने पर, पत्नी के भाई को कष्ट देने पर मंगल देव अशुभ फल देते हैं।
- बुध : बहन, बेटी और बुआ, मौसी, साली एवं हिजडों को कष्ट देने से बुधदेव अशुभ फल देते हैं।
- गुरु : नाना जी, दादा जी, पिता जी, गुरु जी को कष्ट देने पर, बृहस्पति देव अशुभ फल देते हैं।
- शुक्र : जीवन साथी को कष्ट देने पर, मलिन (गन्दे) वस्त्र धारण करने पर तथा मलिन वस्त्रों को घर में रखने पर शुक्र देव अशुभ फल देते हैं।
- शनि : ताऊ जी, चाचा जी, को , मेहनती मजदूर व्यक्तियों को कष्ट देने पर तथा किराये पर लिये घर को लौटाते समय विवाद करने की स्थिति पर, किसी के साथ अन्याय करने पर, शनिदेव अशुभ फल देते हैं।
- राहु : सपेरे को कष्ट पहुंचाने पर, बड़े भाई को दुःख देने पर तथा ननिहाल के परिजनों का अपमान करने पर राहु देव अशुभ फल देते हैं।
- केतु : झूठी गवाही देने पर, मंदिर तथा ध्वज नष्ट करवाने पर, कंजूसी करने पर, कुत्ते को मारने या मरवाने पर तथा भतीजे, भांजे को दुःख पहुंचाने पर केतु देव अशुभ फल देते हैं।
सूर्य, चंद्रमा, गुरु, मंगल, शनि, बुध, शुक्र, राहु और केतु इन ग्रहों के प्रतिकूल होने पर ही जीवन में अनेकानेक परेशानियां आनी शुरू होती हैं। यदि आपकी कुंडली में जब भी नवग्रहों में से कोई ग्रह अशुभ फल देने लगे तो निम्नलिखित उपाय आप कर सकते हैं। ये उपाय इस प्रकार हैं…
सूर्य के दोष दूर करने के उपाय
१. रोज सुबह सूर्य को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं। पानी में कुंकुम व लाल फूल भी डालें।
२. अपने पिता की सेवा करें और माणिक रत्न किसी योग्य ज्योतिषी से पूछकर धारण करें।
चंद्रमा के दोष दूर करने के उपाय
१. कुंडली से चंद्र दोष को दूर करने के लिए हर महीने की पूर्णिमा की रात को चंद्रदेव को जल चढ़ाने से कुंडली में चंद्रमा के दोष दूर हो जाता है।
२. सफेद चीजों जैसे चावल, शक्कर, दूध आदि का दान करें। साथ ही चांदी की अंगूठी में मोती धारण करें। इससे चंद्रमा के दोष दूर होते हैं।
मंगल के दोष दूर करने के उपाय
१. मंगलवार को मसूर की दाल का दान करने से कुंडली से मंगल दोष खत्म होते हैं और शुभ फल मिलने लगते हैं।
२. मंगलवार को भात पूजन करवाने से मंगल दोष के अशुभ प्रभाव में कमी आने लगती है।
बुध के दोष दूर करने के उपाय
१. अगर किसी की कुंडली में बुध ग्रह से संबंधित दोष है तो हर बुधवार को गणेशजी को दूर्वा घास अर्पित करें।
२. किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लेकर पन्ना रत्न धारण करें।
गुरु के दोष दूर करने के उपाय
१. कुंडली से गुरु ग्रह के दोष को दूर करने के लिए हर गुरुवार को भगवान विष्णु को केले का भोग लगाएं।
२. प्रतिदिन केसर का तिलक लगाएं या पानी में केसर डालकर स्नान करें।
शुक्र के दोष दूर करने के उपाय
१. इस ग्रह से संबंधित शुभ फल पाने के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा प्रत्येक शुक्रवार को करें।
२. हीरा रत्न धारण करें और शुक्र के मंत्रों का जाप करें।
शनि के दोष दूर करने के उपाय
१. प्रत्येक शनिवार को शनिदेव की पूजा करें और शनिदेव को तेल चढ़ाएं। कुष्ठ रोगियों को भोजन करवाएं और जरूरी चीजों का दान करें।
२. प्रतिदन पीपल पर जल चढ़ाएं और प्रत्येक अमावस्या तिथि पर पीपल की पूजा कर सरसों के तेल का दीपक लगाएं।
राहु के दोष दूर करने के उपाय
१. चांदी से नाग-नागिन का जोड़ा बनवाएं और नदी में प्रवाहित करें या शिवलिंग पर भी इसे चढ़ा सकते हैं।
२. शिवजी की पूजा करने से भी राहु से संबंधित दोष दूर होते हैं।
केतु के दोष दूर करने के उपाय
१. काला सफेद कुत्ता केतु का प्रतिनिधि माना गया है। केतु से शुभ फल पाने के लिए घर में काला सफेद कुत्ता पालना चाहिए। अगर ऐसा कुत्ता पाल नहीं सकते तो किसी कुत्ते को बेसन का लड्डू खिलाएं।
२. काला सफेद कंबल किसी जरुरतमंद को दान करने से भी केतु का अशुभ प्रभाव समाप्त हो जाता है।
॥ श्रीरस्तु ॥
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श्री हरि हरात्मक देवें सदा, मुद मंगलमय हर्ष। सुखी रहे परिवार संग, अपना भारतवर्ष ॥
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संकलनकर्ता –
श्रद्धेय पंडित विश्वनाथ द्विवेदी ‘वाणी रत्न’
संस्थापक, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
(‘हरि हर हरात्मक’ ज्योतिष संस्थान)
संपर्क सूत्र – 07089434899
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